
दक्षिण एशिया में अब टैरिफ़ नहीं, प्रतिष्ठा की लड़ाई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्यापार टेबल को उल्टा कर दिया है। भारत पर 25% टैरिफ़, जबकि पाकिस्तान को “डिस्काउंट रेट” यानी 19%, और बांग्लादेश को 20% पर रोक।
अमेरिका का नया फॉर्मूला:
कम समझौता = ज़्यादा टैरिफ़ | ज़्यादा चतुराई = कम टैक्स
बांग्लादेश का ‘स्मार्ट प्ले’: “हमने अपनी होमवर्क की, इंडिया ने शॉर्टकट मारा”
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बयान जारी कर कहा —
“हमने अमेरिका को समझाया कि हम सिर्फ परिधान नहीं, प्रतिबद्धता भी निर्यात करते हैं।”
और फिर ज़रा ‘गांधीगिरी’ में कहा — “भारत को 25% टैक्स इसलिए पड़ा क्योंकि वो व्यापक समझौता करने में विफल रहा।”
मतलब, बांग्लादेश ने अमेरिका को कॉर्पोरेट प्रेजेंटेशन दे मारा और भारत को बना दिया केमिस्ट्री क्लास का पिछला बेंचर।
भारत पर 25% टैरिफ़: “Make in India, Pay in America!”
भारत का नाम सुनते ही अमेरिका बोला –
“इन्होंने ट्रेड डील में seriousness नहीं दिखाई। अब इन्हें ‘क्लास में बिठा दो’।”
25% टैरिफ़ का मतलब ये कि भारत से अमेरिका जाने वाला हर उत्पाद अब “अमीरों का Imported दर्द” बन जाएगा।
“पहले चीन डराता था, अब अमेरिका इनवॉइस बढ़ा देता है।”
पाकिस्तान को सिर्फ 19% टैरिफ़: अमेरिका की मेहरबानी या भूले से छूट?
ट्रंप सरकार ने पाकिस्तान को 19% टैक्स के साथ “ट्रेड लाइट” ट्रीटमेंट दिया है।
वहीं, पाकिस्तान जेल में बंद इमरान खान की पार्टी के 108 नेताओं को भी “सजा” सुना रहा है।
दक्षिण एशिया का टैरिफ़ चार्ट: कौन कितने पानी में?
देश | टैरिफ दर | अमेरिकी दृष्टिकोण |
---|---|---|
भारत | 25% | “समझौता विफल” |
बांग्लादेश | 20% | “बुद्धिमान प्रयास” |
पाकिस्तान | 19% | “मौका देखकर फैसला” |
श्रीलंका | 20% | “चुपचाप सहन कर लो” |
टैरिफ़ है नया टूल, दोस्ती नहीं — व्यापार में पासवर्ड बदल चुका है
इस कहानी में कोई हीरो नहीं, सबको होमवर्क मिला है।
-
भारत को अमेरिकी व्यूहनीति का झटका
-
बांग्लादेश को ‘निंजा डिप्लोमेसी’ का रिवार्ड
-
पाकिस्तान को ‘कंडीशनल पास’
और ट्रंप बोले:
“No deal, no discount!”
रेट्रो रिव्यू-राज कुमार ने क्लास ली, डैनी ने प्लॉट किया – ये ‘बुलन्दी’ है बॉस!